
AHSAAS
About the book:
एहसास" डॉ.रिज़वन कश्फी का दूसरा ग़ज़ल संग्रह है जो हिंदी में है। "एहसास" में कश्फी ने आपबीती को जग बीती बना दिया है। इसमें बहुत सी ग़ज़ले ऐसी हैं जो चौंका देती हैं और पढ़ते-पढ़ते पढ़ने वाला एक एक शेर पर सर धंता है। बहुत सी ग़ज़लें ऐसी भी है जो पढ़ने वाले को झिंझोड़ कर रख देती हैं। सही मायनों में यह कहना दुरुस्त होगा कि कश्फी शायरी को साहेरी बनाने का फन जानते हैं। डॉ रिज़वन कश्फी के ...
About the book:
एहसास" डॉ.रिज़वन कश्फी का दूसरा ग़ज़ल संग्रह है जो हिंदी में है। "एहसास" में कश्फी ने आपबीती को जग बीती बना दिया है। इसमें बहुत सी ग़ज़ले ऐसी हैं जो चौंका देती हैं और पढ़ते-पढ़ते पढ़ने वाला एक एक शेर पर सर धंता है। बहुत सी ग़ज़लें ऐसी भी है जो पढ़ने वाले को झिंझोड़ कर रख देती हैं। सही मायनों में यह कहना दुरुस्त होगा कि कश्फी शायरी को साहेरी बनाने का फन जानते हैं। डॉ रिज़वन कश्फी के ...
